Haryana Teacher Transfer: हरियाणा के शिक्षकों को ट्रांसफर के लिए करना होगा इंतजार, तबादले की ऑनलाइन प्रक्रिया हुई स्थगित; जानिए कब होगी बदली?
Haryana Teacher Transfer: हरियाणा में सरकारी शिक्षकों को ऑनलाइन तबादलों के लिए अभी और इंतजार करना होगा। शिक्षा विभाग ने तबादलों को पूरा करने की समय सीमा जून तक बढ़ा दी है जिसका मतलब है कि शिक्षकों के स्थानांतरण (Online Teacher Transfer Haryana) ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद ही हो सकेंगे। बता दें कि हरियाणा में करीब एक लाख शिक्षक ऑनलाइन ट्रांसफर का इंतजार कर रहे हैं।
ऑनलाइन तबादले जून तक स्थगित
एक लाख शिक्षकों को तबादले का है इंतजार
हरियाणा (Haryana News) में लंबे समय से ऑनलाइन स्थानांतरण (Haryana Teacher Transfer) के लिए प्रतीक्षारत सरकारी शिक्षकों को अभी पसंद के स्कूल में नियुक्ति के लिए और इंतजार करना पड़ेगा।
पहले 31 मार्च तक ऑनलाइन ट्रांसफर (Online Teacher Transfer Haryana) का काम पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रहे शिक्षा विभाग ने जहां समय सीमा को 31 मई तक बढ़ाया था, वहीं अब जून में यह काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यानी कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद ही शिक्षकों के स्थानांतरण हो सकेंगे
एक लाख शिक्षक ऑनलाइन ट्रांसफर का कर रहे इंतजार
प्रदेश में 14 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों के करीब एक लाख शिक्षक ऑनलाइन ट्रांसफर शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने मॉडल संस्कृति और पीएमश्री सहित सभी राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के पदों के युक्तीकरण का काम 29 मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
पोर्टल पर दर्ज छात्र और शिक्षकों के डेटा के आधार पर मुख्यालय स्तर पर पदों के युक्तीकरण का काम शुरू हो गया है, जिसे 13 मई तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद आईटी सेल के स्तर पर 16 मई , स्कूल स्तर पर 22 मई और फिर जिला स्तर पर 29 मई तक पदों के युक्तीकरण का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है
छठी से बारहवीं तक एक कक्षा में अधिकतम 50 छात्र होंगे
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि सभी सरकारी स्कूलों में प्रधानाचार्यों और मुख्याध्यापकों को प्रतिदिन दो पीरियड लेने होंगे। स्नातकोत्तर शिक्षकों (पीजीटी), प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों (टीजीटी), मौलिक स्कूल हेडमास्टर (ईएसएचएम) और भाषा अध्यापकों के लिए सप्ताह में 36 पीरियड लेना अनिवार्य रहेगा। छठी से बारहवीं तक एक कक्षा में अधिकतम 50 छात्र होंगे। इसके बाद प्रत्येक 40 छात्रों पर एक अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी।